मेवा की श्रेणी में आने वाले काजू का उत्पादन घर पर कैसे करें ?

आज हम आपको मेरीखेती के इस लेख में मेवा के अंतर्गत आने वाली बेहतरीन काजू के बारे में बताऐंगे कि कैसे आप अपने घर में ही काजू का पेड़ लगाकर ढेरों रुपये की बचत कर सकते हैं। बेहतरीन देखभाल होने की स्थिति में एक काजू का पौधा लगभग 8 किलोग्राम प्रति वर्ष काजू प्रदान करता है। बतादें, कि विश्वभर में काजू का बड़े पैमाने पर आयात-निर्यात किया जाता है। काजू का पेड़ बेहद शीघ्रता से बढ़ता है। ब्राजील में काजू की पैदावार हुई थी, परंतु आज काजू की मांग संपूर्ण विश्व में है। काजू का पेड़ सामान्य तौर पर 13–14 मीटर ऊंचा होता है। हालांकि, इसकी बौनी कल्टीवर किस्म का वृक्ष केवल छह मीटर ऊंचा होता है। तैयार होने एवं ज्यादा उत्पादन देने की वजह यह प्रजाति बहुत फायदेमंद है। आप घर के अंदर भी काजू का पौधा उत्पादित कर सकते हैं। आइए अब हम जानेंगे, कि इसके लिए आपको किन-किन मुख्य बातों का ख्याल रखना जरूरी है।

काजू की खेती के लिए हाइब्रिड पौधे

घर में काजू की खेती करने के लिए सदैव हाइब्रिड पौधे ही उगाऐं। इस प्रजाति के पौधे घर के गमलों में सहजता से तैयार हो जाते हैं। दरअसल, हमें शीघ्र ही काजू मिलते हैं। मिट्टी काजू एवं जलवायु काजू भारत में कहीं भी उत्पादित किया जा सकता है। तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा होने पर काजू की फसल शानदार होती है। काजू तकरीबन हर प्रकार की मृदा में उग सकता है। वैसे, रेतीली लाल मृदा में काजू उगाने से शानदार नतीजे हांसिल हो सकते हैं।

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काजू का रोपण एवं उर्वरक

गमला काजू की जड़ें काफी ज्यादा व्यापक होती हैं। इस वजह से काजू के पेड़ को लगाने के वक्त 2 फीट से कम गहरे गमले का इस्तेमाल करें। इससे काजू का पौधा काफी मजबूत होगा। वैसे तो काजू को किसी भी मृदा एवं जलवायु में उगाया जा सकता है। परंतु, जून से दिसंबर के मध्य दक्षिण एशियाई इलाकों में इसे लगाने का सबसे शानदार वक्त माना जाता है। काजू की फसल में खाद एवं उर्वरक लगाने से शानदार उत्पादन प्राप्त होता है। इस वजह से समुचित वक्त पर पर्याप्त मात्रा में उर्वरक एवं खाद डालना अत्यंत आवश्यक है। यदि आप नियमित तौर पर और सही ढ़ंग से पौधों की देखभाल करते हैं, तो आपको एक काजू का पौधा तकरीबन 8 किलोग्राम काजू हर साल देता है।